अवैध साफ्टवेयर बेचकर ई-टिकट बनाने वाले गिरोह का खुलासा, तीन गिरफ्तार

अवैध साफ्टवेयर बेचकर ई-टिकट बनाने वाले गिरोह का खुलासा, तीन गिरफ्तार











आम आदमी के लिए रेलवे से टिकट बुक कराने के लिए बनी आईआरसीटीसी की वेबसाइट को अवैध साफ्टवेयर के जरिए हैक कर एक साथ कई टिकट आरक्षित करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का बस्ती पुलिस व आरपीएफ की संयुक्त टीम ने खुलासा किया है। नेपाल में बैठे मास्टरमाइंड के जरिए यूपी में फैले नेटवर्क को चलाने वाले गिरोह के तीन शातिरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 


एसपी हेमराज मीणा ने सोमवार को पुलिस लाइन में खुलासा करते हुए बताया कि यह गिरोह रेलवे के ई-टिकट का अवैध कारोबार करता है। इस काम में प्रयोग होने वाले 'रेडबुल व आईबॉल' साफ्टवेयर को खरीदने-बेचने वाले गोरखपुर गोला थाने के भूपगढ़ निवासी सन्नी राय उर्फ राजा भाई, इसी थाने के चांड़ी थाना क्षेत्र निवासी सौरभ राय और बस्ती जिले के कोतवाली गांधीनगर के पिकौरा दत्तुराय निवासी मोइनुल हक उर्फ लल्लू को गिरफ्तार किया गया है।


उन्होंने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से रेडबुल व आईबॉल साफ्टवेयर काम नहीं कर रहा था। इसी सिलसिले में तीनों नेपाल में बैठे मास्टरमाइंड द्वारा बुलाई गई मीटिंग में शामिल होने गए थे। लौटते वक्त मोइनुल हक को बस्ती छोड़ने पहुंचे थे। तभी रेलवे स्टेशन के पास से तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपितों ने बताया कि गोंडा जिले के गौरा चौकी निवासी शमशेर आलम उन्हें साफ्टवेयर मुहैया कराता था। गोंडा कोतवाली के जेल रोड निवासी अभय प्रताप सिंह भी इस गिरोह का अहम किरदार है। 


एसपी के अनुसार बरामद लैपटॉप व मोबाइल में यू-ट्यूब चैनल राजा भाई टीएस ग्रुप एडमिन आईबुल के कई वीडियो मिले। गिरफ्तार सन्नी राय उर्फ राजा भाई ही इस चैनल को चलाता था। पूछताछ में उसने बताया कि ई-टिकट के अवैध धंधे से अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने के लिए उसने यू-ट्यूब चैनल बनाया है। यहां एक वाट्सअप कॉल नंबर दिया गया था। देशभर के करीब पांच लाख लोग यह वीडियो देख चुके हैं और लगभग तीन हजार लोगों ने इसे सब्सक्राइब किया है। 


जब कोई फोन कर साफ्टवेयर लेने की डिमांड करता है तो उसे लिंक के जरिए साफ्टवेयर बेचा जाता था। इसके बाद बुक होने वाले हर टिकट पर भी कमीशन तय था। पुलिस आरोपी गोंडा के शमशेर आलम व अभय प्रताप सिंह की तलाश में जुटी है। प्रेसवार्ता के दौरान एएसपी पंकज व सहायक सुरक्षा आयुक्त आरपीएफ रविशंकर सिंह मौजूद रहे। 














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